Facts About hanuman chalisa Revealed

भावार्थ – अपने तेज [शक्ति, पराक्रम, प्रभाव, पौरुष और बल] – के वेग को स्वयं आप ही सँभाल सकते हैं। आपके एक हुंकारमात्र से तीनों लोक काँप उठते हैं।

kumatiKumatiIgnorance / poor intellect nivāra NivāraPurify / cleanse sumatiSumatiWise / good intelligence keKeOf sangīSangīCompanion / Pal Meaning: Oh excellent hero with valiant system as potent as Indra’s Vajra (Thunderbolt/weapon), the remover of terrible intellect or ignorance or evil ideas, oh the companion of The great.

भावार्थ – आपने वानर राज सुग्रीव का महान् उपकार किया तथा उन्हें भगवान् श्री राम से मिलाकर [बालि वध के उपरान्त] राजपद प्राप्त करा दिया।

Sādhu SādhuGood persons / monks / renunciates santaSantaSaint keKeOf tumaTumaYou rakhavāreRakhavāreKeeper / guardian

TumhareTumhareYour bhajanaBhajanaDevotion / chanting rāma RāmaLord Rama koKoTo pāvaiPāvaiTakes to / offers / attained

He is usually thought being the spiritual offspring on the wind deity Vayu, who is claimed to get performed an important purpose in his start.[7][eight] In Shaiva custom, He's regarded to become an incarnation of Shiva, whilst in a lot of the Vaishnava traditions he is definitely the son and incarnation of Vayu. His tales are recounted not only from the Ramayana but will also during the Mahabharata and various Puranas.

sugamaSugamaEasy more info anugrahaAnugrahaGrace tumhareTumhareYour teteTeteThat Meaning: Each and every tricky undertaking on the globe gets to be straightforward by your grace.

मुक्ति के चार प्रकार हैं – सालोक्य, सामीप्य, सारूप्य एवं सायुज्य। यहाँ प्रायः सालोक्य मुक्ति से अभिप्राय है।

भावार्थ – हे हनुमान जी! चारों युगों (सत्ययुग, त्रेता, द्वापर, कलियुग ) – में आपका प्रताप जगत को सदैव प्रकाशित करता चला आया है ऐसा लोक में प्रसिद्ध है।

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Lots of people maintain a partial or full rapidly on either of All those two times and keep in mind Hanuman plus the theology he signifies to them.[109]

व्याख्या – सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार वज्र एवं ध्वजा का चिह्न सर्वसमर्थ महानुभाव एवं सर्वत्र विजय श्री प्राप्त करने वाले के हाथ में होता है और कन्धे पर मूँज का जनेऊ नैष्ठिक ब्रह्मचारी का लक्षण है। श्री हनुमान जी इन सभी लक्षणों से सम्पन्न हैं।

विदेशी गायक श्री कृष्णा दास की आवाज मे हनुमान चालीसा

◉ श्री हनुमंत लाल की पूजा आराधना में हनुमान चालीसा, बजरंग बाण और संकटमोचन अष्टक का पाठ बहुत ही प्रमुख माने जाते हैं।

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